Top 10 Horror Place in Delhi

यहाँ हम आपको Delhi के TOP 10 Horror Place के बारे में बताएंगे Delhi जो भारत की राजधानी है वहाँ भी सेसी कुछ जगह है जहाँ आज भी लोग जाने से घबराते है तो यह वही top 10 जगह है !

Top 10 Horror Place In Delhi

Delhi Cantonment – Most Horror Place in Delhi

Delhi Cantonment

Dlehi cantt established in 1994 इसका छेत्रफल लगभग 10,521 acress में फैला हुआ है. यह area army के अंदर आता है. जिस कारण आम जनता की आवाजाही बहुत कम रहती है. व इस जगह की हरियाली लोगो के मन को अपनी और आकृषित करती है. वह दूसरी और सूरज ढलते ढलते यह जगह लोगो के अन्दर एक भय उत्पन्न करती है. क्योकि यह एरिया सुनसान होने के कारण लोगो की आवाजाही कम हो जाती है. और ऐसा प्रतीत होता है. जैसे मानो कि जो प्रकृति एक आंनद का अनुभव करवा रही थी वही रात होते-होते भय में बदल जाती है ऐसा लगता है की घने वृछो के पीछे से कोई आहट आ रही हो और एक अद्रश्य power का अनुभव होता हैं और वहा से गुजरने वाले व्यक्ति का पीछा कर रही है. जिस कारण लोगो के मन में शाम होते-होते निरंतर भय उत्पन्न होता रहता है. यह दिल्ली का सबसे मशहूर हन्टेड प्लेस हैं

Lothian Cemetery- Nicholson Cemetery

Lothian Cemetery

भारत की राजधानी दिल्ली यह कई तरह से लोगो को अपनी तरफ आकर्षित करती है यहाँ के महल मकबरे व कब्रिस्तान मंदिर गुरुद्वारा यह अपनी तरफ लोगो का ध्यान एकत्रित करती है. वही कश्मीरी गेट स्थित एक कब्रिस्तान जिसका नाम lothian cemetery कहते है. इससे जुडी एक खौफनाक घटना है. 1857 के विद्रोह में जब युद्ध चल रहा था उस समय पर जिन अंग्रेजो के मृत्यु हुई उनको lothian cemetery में दफनाया गया जो की कश्मीरी गेट के पास है. माना जाता है. कि रात 12 बजे के बाद lothian cemetery में से आवाजे आती है व ऐसा प्रतीत होता है कि मानो आज भी वो आत्माये उसमे घूम रही हैं ऐसा माना जाता हैं जो भी व्यक्ति उसमे 12 बजे के बाद जाता है. वह कभी भी जिंदा वापिस नहीं आता हैं और अगर वापिस आ भी जाये तो मानशिक रूप से वह विकलांग हो जाता हैं यह सभी घटनाये सुनकर लोगो के मन में अत्यंत भय का वातावरण बना रहता हैं

Dwarka Sector 9 Metro Station

Dwarka Sector 9

भारत की राजधानी दिल्ली मे जहाँ हर वक्त चहल पहल रहती है | जहाँ लोगो को आवागमन निरन्तर चलता ही रहता हैं | ऐसे मे दिल्ली मे एक जगह द्वारिका सैक्टर – 9 का मैट्रो स्टेशन के आस -पास काफी भूतो की चर्चाएँ सुनने मे आती हैं | द्वारिका की जगह के बारे लोगो का मानना हैं कि द्वारिका सैक्टर-9 का मैट्रो स्टेशन भूतो के साए मे हैं | देर रात को एक अद्रश्य शक्ति लोगो को परेशान करती है | व लोगो के साथ आजीब – अजीब बाते होती रहती हैं | जैसे ऐसा लगता हैं मानो पीछे से किसी ने अचानक बहुत तेज़ पीछे से धक्का मारा हो | लेकिन जब पीछे मुड़कर देखो तो वहाँ कोई भी नहीं होता और ऐसा महसूस होता हैं मानो कोई साया उनका पीछा कर रहा हो | आधी रात मे कुत्तो का भौंकने की आवाज़ आती है मानो ऐसा लगता है जैसे वो किसी पर भौंक रहे हो वो उस negative power को देख सकते हो और महसूस कर सकते हो | मगर वहाँ कोई भी नहीं दिखाई देता | वहीं कुछ लोगो का मानना है कि ये सब बाते महज़ एक वहम हैं जो की लोगों की एक काल्पनिक सोच हैं | क्योकि वहाँ मैट्रो स्टेशन होने के कारण लोगो कि आवाजाही निरंतर बनी रहती हैं | जाँचकर्ताओं के मुताबिक यह एक मात्र लोगो के मन का वहम हैं और कुछ नहीं हैं |

House Number W-3, Greater Kailash

नई दिल्ली के Greater Kailash के Area मे एक घर ऐसा भी है जिसे कभी भूतिया जगह माना जाता था | इसका एक कारण ये हैं कि यहाँ एक बुजुर्ग दाम्पत्य की किसी कारणवश उस घर मे हत्या कर दी गयी थीं | मगर अभी तक यह पता नहीं चल पाया कि मर्डर करने की वजह क्या थीं | उनकी मृत्यु के बाद से ऐसा कहा जाता हैं की उनकी आत्मा अब भी उस घर में भटकती रहती हैं | क्योकि एक तो उस घर मे कोई नहीं रहता और वो हमेशा बंद रहता है | जिस कारण उन दोनों बुजुर्ग दम्पतियों कि आत्मा उस घर के अंदर ही भटकती रहती हैं और रात को ऐसा प्रतीत होता है मानो उस घर के अंदर कोई हो जिस कारण वहाँ के लोग रात के समय वहाँ से गुजरने से भी डरते है |

House Number W-3

क्योकि जब घर मे अँधेरी काली रात को दो व्यक्तियों कि हत्या कि गयी हो तो यह बात भयावह वातावरण बना देती हैं | और ऊपर से उस घर से दो लोगों के बात करने के आवाज़ वहां से गुज़रने वाले लोगो के रोंगटे खड़े कर देती हैं | यह मामला तब सामने आया जब आस-पास के लोगों ने कहीं से बहुत गन्दी दुर्गन्ध को महसूस किया | तब लोगो का ध्यान उस बंद घर कि तरफ गया जिसमे काफी समय से लोगों की आवाजाही नहीं हो रहीं थीं | तब लोगों ने पुलिस को सूचित किया | पुलिस ने देखा तो उस घर में दो बुजुर्ग दम्पतियो कि लाश पड़ी हुई थीं | हालांकि 2013 में Gupta family ने उस घर को खरीद लिया हैं | और वो अब इस घर में रहते हैं और वो कहते हैं कि हमे इस घर में किसी भी तरह कि Negative power महसूस नहीं होती | Top 10 Horror Place in india

Jamali Kamali Tomb and Mosque

Jamali Kamali Tomb and Mosque

दिल्ली में स्थित जमाली कमाली के मकबरे का निर्माण मुग़ल सम्राट बाबर द्वारा सन 1528 के आस -पास करवाया था जमाली कमाली मस्जिद क़ुतुब मीनार के पास है | यहाँ हज़रत जमाली रहा करते थे और अल्लाह की इबादत करते थे | उनके मृत्यु के बाद उनको और उनके मित्र कमाली को यहाँ दफनाया गया था | इसलिए इसे जमाली कमाली के दरगाह के नाम से जाना जाता है | कहा जाता है की इस जगह सूर्यास्त के बाद कोई भी यहाँ जाने की हिम्मत नहीं करता | लोगों का यह मानना है की यहाँ शाम के समय अद्रश्य आत्माओ का निवास है | लोगो ने यहाँ नेगिटिव पावर को महसूस किया है | हालाकि सुबह के समय यहाँ लोगो का आना -जाना लगा रहता है | मगर शाम के समय यह जगह सुनसान और वीराने में बदल जाता है |

Sanjay Van – The Eerie Woods

Sanjay Van

भारत की राजधानी दिल्ली जो की अपनी ऐतिहासिक इमारत ,किलो व मकबरो के साथ -साथ अनेक चीजों के लिए प्रसिद्ध हैं | वहीं लोगों के पर्यटन के लिए यहाँ अनेक जगह मौज़ूद हैं | उनमे से एक संजय वन है जो दिल्ली के दक्षिण पश्चिम में क़ुतुब संस्थागत क्षेत्र के पास स्थित है | यह वन 784 एकड़ में फैला हुआ है | इस वन में अनेक वनस्पति विद्य्मान है | व यहाँ हरियाली होने के कारण लोग यह घूमने आते है | और इस वन में एक प्राचीन श्मसानघाट भी है | जिस कारण लोगों के मन में भय उत्पन रहता है | व लोग कहते है की शाम होते ही वहाँ एक प्राचीन बरगद का वृक्ष है | जिसके पीछे से एक सफ़ेद साड़ी पहने एक औरत आती है | और गला दबाने की कोशिश करती है | जिस कारण लोग वहाँ जाने से बहुत घबराते है | व सूर्यास्त होते ही वहाँ कोई भी व्यक्ति बिल्कुल जाना पसंद नहीं करता |

Khooni Nadi, Rohini

Khooni Nadi

दिल्ली का एक इलाका रोहिणी जो की दिल्ली के पश्चिम इलाके में स्थित हैं | इस इलाके में बहने वाली नदी जिसके आस -पास हरियाली ही हरियाली है | जो लोगों का मन लुभा लेती है | व लोगे को अपनी तरफ आकर्षित करती हैं | दिल्ली के अयस्थ- व्यस्त जिंदगी में यह क्षेत्र लोगों के मन को लुभा लेता हैं | लेकिन यह एरिया बिल्कुल सुनसान होने के कारण यहाँ व्यक्तियों का आना-जाना ना के बराबर होता है | जिस कारण यहाँ एक दम सन्नाटा रहता है | लोगों का मानना है की इस नदी के पानी को जो भी छूता है वह धीरे -धीरे गायब हों जाता है | अर्थात मानो उस नदी के पानी को जो भी छूता है मानो ऐसा प्रतीत होता है जैसे पानी उसे निगल रहा हो और वहाँ कई ऐसी कई घटनाएँ हो चुकी हैं | इन घटनाओ को बाद में आत्महत्या का नाम दे दिया जाता है |

Malcha Mahal, Near Delhi Earth Station

मालचा महल, जिसे विलायत महल के रूप में भी जाना जाता हैं। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन के दिल्ली अर्थ स्टेशन के बगल में नई दिल्ली चाणक्यपुरी छेत्र में एक तुगलक युग का शिकार लॉज है। इसे 1325 में दिल्ली की सल्तनत पर शासन करने वाले फिरोज शाह तुगलक ने बनवाया था। 1895 में भारत सरकार ने बेगम विलायत महल को इसका मालिकाना हक़ दे दिया। इस टूटते हुए खंडर महल जो सिर्फ चमगादडो से भरा हुआ हैं। उनका कहना था कि वो अवध के नवाब वाजिद अली शाह के खानदान की राजकुमारी है और इस नाते वाजिद अली शाह का ये महल उनका ही हुआ। आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ़ इंडिया के एक अफसर धर्मवीर शर्मा ने जब इस महल ला निरीक्षण किया तो उन्होंने देखा कि इस घर में न तो बिजली है और न ही पानी वहाँ एक सांप सीलिंग से उनकी बांह पर आ गिरा था। धर्मवीर ने उस वक्त कहा था कि अब में उस महल में कभी भी नहीं जा सकता पता नहीं बेगम कैसे इस महल में रहती थी।

Top 10 Horror Place In the World

malcha mahal delhi

बेगम की मृत्यु का कारण आत्महत्या माना जाता है बेगम की लाश 10 दिनों तक उनको स्टडी डेस्क पर ही पड़ी रही थीं। उनके बच्चे मातम मना रहे थे माँ की मोत के बाद उनकी बेटी सकीना ने सिर्फ काले रंग के कपडे पहने थे बेगम के मृत्यु के बाद उनका बेटा और बेटी उस महल में रहते थे मगर वह महल अब भूतिया महल बन चूका था। वह दोनों भाई बहन सिर्फ खाने पीने का सामान लेने ही घर से बाहर जाते थे दोनों का काम महल के अंदर रखे खजाने से चल रहा था जिसमे से कुछ लोगो द्वारा चुरा भी लिया गया था। हालांकि दोनों भाई बहन पड़े लिखे थे। और आज ये महल महज एक खंडर है | धीरे-धीरे इस महल के भुतहा होने की बाते फैलने लगी. लोगों का कहना है कि एक-दो पत्रकार भी कहानी की तलाश में इस महल में गये है पर वापस नहीं लौटे.

Fort of Feroz Shah Kotla – A Haunted Fort

Fort of Feroz Shah Kotla

दिल्ली की अनेक प्राचीनतम इमारतो में से एक हैं फ़िरोज़ शाह कोटला ,विक्रमनगर | इसका निर्माण सन 1354 में हुआ था यहाँ की हवेलियो और खंडरो पर जिन्नो का साया है | आज भी हर गुरुवार को यहाँ के स्थानीय लोग को मोमबत्ती और अगरबत्ती जलाते हुए देखा जा सकता है | यहाँ के स्थानियो लोग जिन्नो को दूध और अनाज भेंट करते है व उन्हें खुश करके मन्नत और दुआए माँगते है | व जिन्नों को अपने कब्जे में करके उनकी शक्तियों का उपयोग गलत कार्यो में करते है | उन्हें अपने वश में कर अपने विरोधियो के विरुद्ध इस्तेमाल करते है | व गलत काम से उनके काली शक्तियों का इस्तेमाल करते है | व लोग जिन्नो को खुश करने के लिए अनेक प्रकार के फल मिठाई व अनाज इत्यादि चढ़ाते है |

Khooni Darwaza

Khooni Darwaza

दिल्ली में एक गेट का नाम खूनी दरवाजा भी है। खूनी दरवाजा को यह नाम तब मिला जब मुगल सल्तनत के तीन सहजदो, बहादुर शाह जफर के बेटे मिर्जा मुगल और क्रिज सुल्तान और पोते अबू बक्र को ब्रिटिश जर्नल विलियम हरसन ने 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के दौरान गोली मार दी थी | और यह भी कहा जाता है कि जब पारस के राजा नादिर शाह ने 1739 में दिल्ली को लूटा था | इस गेट पर खूब खून-खराबा हुआ था | आजादी के बाद भी 1947 के दंगों में खूनी गेट पर खूब खून बहा था। काफी देर तक यहां लाशों के ढेर लगे रहते थे। और आज भी उसकी आत्मा भटकती-चिल्लाती और उस समय के अपने क्रोध को व्यक्त करती प्रतीत होती है। आज भी लोगों को वहां जाने में एक अनजाना डर लगता है।

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